Monday, May 25, 2020
मानव जीवन
जय श्री गणेश
मानव जीवन के चार अहम् यज्ञ है,
सर्व प्रथम विद्या अध्ययन जो ज्ञान की परिसीमा तक जाता है,
दूसरा सत्यमय जीवन जी आत्म दर्शन हेतु एक अहम् यज्ञ है,
तीसरा परोपकारी जीवन यह सत्यमय यज्ञ की एक शाखा है
स्वयं व् प्रकृति के स्वरूप के प्रति सजग चेष्ठा
और यह चारो यज्ञ एक दूसरे के पूरक है और
जीवन में स्वास जनित अग्नि में इनकी आहुति दी जाती है
जीवन के साथ ही यह यज्ञ पुरे होते है
परमात्मा सभी पर कृपा करे
कृपया धन्यवाद