Thursday, May 28, 2020
देवता
जय श्री गणेश
देवता एक दिव्य स्थिति का नाम है, जो स्वयं में प्रकाशमान व् दिव्य अनुभूति के प्रकाशक है
जो परमात्मा के सत्य से प्रगट हो कर उसकी रचना के सहायक होते है,
यह सहज ही द्रवित हो असीम करुणा दर्शाते है
जीवो को अभावग्रस्त देव उनके साधन की व्यवस्था करते है
अपनी सीमाओ में रह कर समय अनुसार जीव के सुख की संरचना करते है
देवताओ का वैभव सदैव इनके साथ चलता है
जहा इनका वास होता है वहा सभी सुख सम्पदा का वास होता है
इनके आवाहन से दिव्य आहुति परिपूर्ण हो जीव के कल्याण के रचना करती है
परमात्मा की कृपा से ही जीव को देवताओ का आशीर्वाद प्राप्त होता है,
मानव अपने जीवन काल में देव सामीप्य को सहज ही पा सकता है
और यह एक दिव्य युक्ति है
परमात्मा सभी पर कृपा करे
कृपया धन्यवाद