Thursday, August 11, 2011
सावन मास
सावन मास में भक्त बहुत प्रकार से श्री भगवान् शिव की उपासना करते है अपने परिपूर्ण सत्य पर पहुचने के लिए.- भगवान् शिव ही सभी जेवो के परिपूर्ण सत्य है.
ॐ पूर्ण मदं पूर्ण मिदं पुर्नार्त पूर्ण मुदच्यते
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावाशिश्यते
सभी चराचर जीव अपनी परिपूर्णता खोजते हुए गतिमय समय के साथ चल रहे है पर वस्तुत सभी की परिपूर्णता भगवान् शिव में ही निहित है
भगवान् शिव जो करुणा की अद्रितिये मूर्ति है बड़े ही कृपालु है भक्त वत्सल भगवान् शिव
करुणामय भगवान् शिव के परिपूर्ण सत्य को प्रणाम
जगत गुरु महादेव भक्त वत्सल स्वर्रोप को प्रणाम
दयामय भगवान् शिव के चरणा विंद में प्रणाम
सोम लोचनाय नमः
सूर्य लोचनाय नमः
अग्नि लोचनाय नमः
भगवान् शिव सभी पर अपनी असीम कृपा बनाये
कृपया धन्यवाद
ॐ पूर्ण मदं पूर्ण मिदं पुर्नार्त पूर्ण मुदच्यते
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावाशिश्यते
सभी चराचर जीव अपनी परिपूर्णता खोजते हुए गतिमय समय के साथ चल रहे है पर वस्तुत सभी की परिपूर्णता भगवान् शिव में ही निहित है
भगवान् शिव जो करुणा की अद्रितिये मूर्ति है बड़े ही कृपालु है भक्त वत्सल भगवान् शिव
करुणामय भगवान् शिव के परिपूर्ण सत्य को प्रणाम
जगत गुरु महादेव भक्त वत्सल स्वर्रोप को प्रणाम
दयामय भगवान् शिव के चरणा विंद में प्रणाम
सोम लोचनाय नमः
सूर्य लोचनाय नमः
अग्नि लोचनाय नमः
भगवान् शिव सभी पर अपनी असीम कृपा बनाये
कृपया धन्यवाद