मानव के लिए विनम्रता एक विशेष गुण है
यधपि सर्वदा विनम्रता सहायक नहीं होती तब पर भी यह एक शोभनीय आभूषण है मानव का,
जो मानव शांत भाव व् विनम्रता का परिचय देते है वह स्वयं में कही परमात्म तत्व के सामीप्य के सूचक होते है,
ऐसा माना गया है की शीतल लोहा ही गर्म लोहे पर विजय पाता है,
अतार्थ शांत जन ही दृढ़ता से कर्म गति को सही दिशा देते है
उत्तेजित व् अशांत जन धैर्य खो कर सत्य के मार्ग से भिन्न हो जाते है,
मानव जीवन के मूल्यों को वहन करना सहज नहीं है विपरीत परिष्तिथि में विनम्रता बहुत कठिन विषय है तब पर भी मानव को इस परीक्षा को पास करना ही होगा एक सफल मानव जीवन के लिए,
विनम्रता को जल से जोड कर देखा गया है जबकि जल में लहर व् तूफान आदि का समावेश रहता है और जल सदैव निचे की ओर बहता है तब पर भी यह भौतिकता की शुद्धि में सहायक माना जाता है
विनम्र जीवन अवश्य कठिन है पर समय रहते मानव को इसके सत्य का बोध होना चाहिए
परमात्मा सभी पर अपनी असीम कृपा बनाये
कृपया धन्यवाद