यह पृथ्वी एक बहुत ही सुन्दर ग्रह है
यह एक अलौकिक ग्रह है जो जीव आत्मा के उपभोग एवम कल्याण हेतु परम साधन है,
यह एक दिव्य तीर्थ तो है ही पर यह स्वर्ग व् अन्य दिव्य लोको की प्रवेश स्थली भी है,
जीवात्मा, देव, पितर सभी यहाँ आने को आतुर रहते है,
बड़े ही सौभाग्य से जीव यहाँ देह धारण कर यहाँ यात्रा पर आता है,
यह मात्र भगवन कृपा से ही संभव है, और जीव को इस सत्य को भूलना नहीं चाहिए,
तीर्थ यात्रा पुण्य कारी व् पाप हारी होती है अतार्थ यहाँ जीव को सदा सचेत रहना चाहिए,
मानव के लिए यहाँ योग-ध्यान-साधना व् समाधी हेतु सभी साधन उपलब्ध है, जो जिव को ब्रह्म बनाने में परम सहायक है,
मानव को यहाँ सदैव सजग व् सचेत रह कर ही कर्म की रूप रेखा को आगे बढ़ाना चाहिए, मानव जीवन मात्र विशेष उपलब्धि ही नहीं एक अचूक अवसर है जिसे साध कर जीव ब्रह्म गति प्राप्त कर सकता है,
परमात्मा सभी पर अपनी असीम कृपा बनाये
कृपया धन्यवाद