आत्म ज्ञान
आत्म ज्ञान से अविद्या का नाश होता है और सत्य मूल स्वरुप में प्रगट होता है जो मोक्ष कारक है आत्म ज्ञान आत्म बोध का कारन है आत्म बोध होने पर जीव शारीर में रहते हुआ भी बंधन से मुक्त स्थिति में रहता है और जीवन यात्रा का सही स्वरुप में अनुभव करता है