Friday, June 12, 2020
अलौकिक स्थिति की अनुभव
जय श्री गणेश
मानव जीवन सत, चित व् आनंद की अनुभूति हेतु एक सत्य है
पर मार्ग सहज नहीं
दुःख का नाश होने पर यह पथ प्रकाशित होता है
जहा आत्मा तेज के साथ श्रेष्ठता का सामीप्य प्राप्त करती है
निर्भयता स्वयं प्रगट होती है पर अहंकार रहित
आत्मा का सर्वव्यापी रूप एक दिव्य पुंज का रूप ले लेता है
और आत्मा इस अलौकिक स्थिति की अनुभव कर स्वयं को परमात्मा की दिव्य ज्योति के समीप पाती है
परमात्मा सभी पर कृपा करे
कृपया धन्यवाद